बढ़ा जा रहा है, पढ़ाई का मन नहीं लगता
पढाई के बोझ से आत्मा थका हुआ हैं। पहले तो शौक था, लेकिन अब सिर्फ जुर्माना है। आजकल क्लास में ध्यान भी नहीं जाता। वहाँ कोई कामयाबी का लक�
पढाई के बोझ से आत्मा थका हुआ हैं। पहले तो शौक था, लेकिन अब सिर्फ जुर्माना है। आजकल क्लास में ध्यान भी नहीं जाता। वहाँ कोई कामयाबी का लक�